दिल्ली विधानसभा चुनावों के आप की जीत पर “दख़ल विचार मंच” तथा “हिंसा के ख़िलाफ़...
हाल में संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक जीत पर सबसे पहले तो हम उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ प्रेषित करते हैं. यह निश्चित तौर पर थैलीशाहों और साम्प्रदायिक ताक़तों...
View Articleभारत में सेवा और सार्वजनिक सम्पत्ति : संजय जोठे
तस्वीर गूगल से साभार अभी अभी मदर टेरेसा द्वारा गरीबों की सेवा के विषय पर जो बहस छिड़ी है उसके सन्दर्भ में हमें एक अन्य दिशा से भी विचार करना चाहिए. सेवा और धर्मान्तरण बहुत लोगों के लिए बड़ा मुद्दा बन...
View Articleचाहिए हमें मुक्त मन : हाँ हम अपने बांग्लादेशी साथियों के साथ हैं!
सुयश सुप्रभने लिखा था : ये रफ़ीदा हैं। इनके पति अविजित की हत्या की जा चुकी है। तस्वीर से मुँह मत फेरिए। इनके ख़ून के हर कतरे में उन तमाम लोगों का जुर्म दिख रहा है जो अपने धर्म को 'वैज्ञानिक जीवन...
View Articleबेदाद ए इश्क रूदाद ए शादी: एक पाठक की नज़र से
प्रकाशक : दख़ल प्रकाशन, मूल्य : 175 रुपये, मंगाने के लिए सम्पर्क करें : ashokk34@gmail.com'बेदाद ए इश्क रुदाद ए शादी'पहले-पहल किताब का नाम बड़ा अजीब सा लगा था, लेकिन जब अशोक भाई ने फेसबुक पर शेयर किया कि...
View Articleकृषिप्रधान देश या किसानों की कब्रगाह?
कृष्णकांत सरकार ने 13 मार्च को संसद में जानकारी दी कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद डिवीजन में 2015 के शुरुआती 58 दिनों के भीतर 135 किसानों ने आत्महत्या कर ली. कृषि राज्यमंत्री मोहनभाई कुंडारिया ने बताया कि...
View Articleहम ख़ैरियत से हैं गाज़ा में आप कैसे हैं?
सीरिया और लेबनान की कम्युनिस्ट पार्टी की पिचासीवीं सालगिरह के मौके पर फिलीस्तीनी गायक और लेखक खालिद-अल-हिब्र ने एक गीत गाया था. विनीत तिवारी जी (Vineet Tiwari) ने आज मुझे वह गीत अंग्रेज़ी में भेजा. अभी...
View Articleश्रद्धांजलि : विजय मोहन सिंह - ‘तुझे हम वली समझते....’
कुलदीप कुमार अगस्त 1973 में मैंने इतिहास में एम ए करने के लिए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। सबसे पहले जिनसे भेंट और मित्रता हुई वे थे पंकज सिंह,विजयशंकर चौधरी,त्रिनेत्र जोशी,देवीप्रसाद...
View Articleवंदना और भर्त्सना से इतर आंबेडकर की तलाश
संजय जोठे हमारे समय में और खासकर आजादी के इतने सालों बाद जबकि राजनीतिक परिवर्तन और सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में बहुत सारा श्रम और समय लगाया जा चुका है, ऐसे समय में आंबेडकर को लेकर बात करना बहुत...
View Articleस्त्री घुमक्कड़
आज राहुल सांकृत्यायन का जन्मदिन है. इस विद्रोही लेखक ने खूब लिखा है और मानीखेज़ लिखा है. अक्सर अपने समय से आगे. जनपक्ष पर उनकी किताब "घुमक्कड़ शास्त्र"का यह हिस्सा इसकी गवाही देता है.घुमक्कड़-धर्म...
View Article12 इयर्स ए स्लेव - इस फिल्म को देखते हुए आप ‘पापकार्न’ नहीं खा सकते
आस्कर पुरस्कारों की घोषणा ने इस बार सबको चौंका दिया है | अपने 86 सालों के इतिहास में आस्कर-अकादमी ने पहली बार किसी ऐसी फिल्म को पुरस्कृत किया है, जो अमेरिकी इतिहास के उन...
View Articleगुजरात माडल : मीडिया की लहर में दबी सच की इबारतें
· अशोक कुमार पाण्डेय नोम चाम्सकीने अमेरिकी सत्ता वर्ग द्वारा सूचनाओं पर नियंत्रण करके जिस “सहमति विनिर्माण” (consent manufacturing) की बात की थी उसके सन्दर्भ में सोचने की प्रक्रिया पर नियंत्रण...
View Articleवर्ग एवं वर्ग संघर्ष
यह आलेख "मार्क्सवाद के मूलभूत सिद्धांत"लेखमाला के तहत लिखे जा रहे लेखों की श्रृंखला के तहत लिखा गया था और युवा संवाद में प्रकाशित हुआ था. आज मार्क्स के जन्मदिन पर आप सबके लिए.हमने देखा है कि कम्युनिस्ट...
View Articleजनतंत्र के सामने
(जनसत्ता में प्रकाशित यह आलेख चुनाव नतीजों के आने से ठीक बाद लिखा गया था)अंजुम शर्माबात चुनाव परिणाम वाले रोज़ की है. खाने के बाद अमूमन पार्क में टहलना होता है. उस रोज़ कुछ पहले निकला. साथ में दो मित्र...
View Articleहम ख़ैरियत से हैं गाज़ा में आप कैसे हैं?
सीरिया और लेबनान की कम्युनिस्ट पार्टी की पिचासीवीं सालगिरह के मौके पर फिलीस्तीनी गायक और लेखक खालिद-अल-हिब्र ने एक गीत गाया था. विनीत तिवारी जी (Vineet Tiwari) ने आज मुझे वह गीत अंग्रेज़ी में भेजा. अभी...
View Articleफ़लस्तीन-इजराइल संघर्ष – इतिहास की क़ैद में फंसा भविष्य
मेरा यह लेख आग़ाज़ के ताज़ा अंक में प्रकाशित है. · इन दिनों फिर एक बार फलस्तीन और इजराइल के बीच संघर्ष तेज़ हो गया है. यों तो यह संघर्ष लगभग अनवरत चलता ही रहता है और गाजा में बम विस्फोट तथा हिंसा अब...
View ArticleVignettes of literature then and now
Kuldeep Kumar, a well known writer and columnist use to write a regular column on Hindi Belt in The Hindu. In this piece he has concentrated on ALOCHANA, the literary magazine published by Rajkamal...
View ArticleA tribute to Bhisham Sahni
Hindi BeltbyKuldeep KumarHad he not passed away on July 11, 2003, Bhisham Sahni would have turned 100 today. Officially, that is. As he mentions in his autobiography “Aaj ke Ateet” (Today’s Pasts), his...
View Articleमुख्यधारा का मीडिया किसका ताबेदार है?
-- शीबा असलम फ़हमीजिस तरह हम स्टॉक-एक्सचेंज, मुद्रा-बाज़ार या सटोरिया बाज़ार पर नैतिकता का बोझ डाले बग़ैर उन्हें आत्मसात कर चुके हैं, अगर उसी तरह समाचार-मीडिया को भी हम आत्मसात कर लें तो बहुत से ऐसे कष्टों...
View Articleएक अपराजेय का जाना : मंगलेश डबराल
अस्सी के दशक के बेहद महत्त्वपूर्ण कवि वीरेंद्र डंगवाल का जाना हिन्दी साहित्य ही नहीं हिन्दी समाज की भी एक बड़ी क्षति है। कैंसर जैसी मुश्किल बीमारी से संघर्ष करते हुए भी उनकी सक्रियता उस जीजिविषा का पता...
View Articleसबसे बड़े बीफ निर्यातक का शाकाहार
कृष्णकांतभारत दुनिया का सबसे बड़ा बीफ निर्यातक है. दूसरे नंबर पर ब्राजील, तीसरे पर आॅस्ट्रेलिया है. भारत अकेले दुनिया भर का 23प्रतिशत बीफ निर्यात करता है. एक साल में यह निर्यात 20.8प्रतिशत बढ़ा है....
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